तो शुरुआत क्षमा याचना के साथ करता हूँ । आप कहेंगे की भई यह तो आपका पहला पोस्ट है तो आप माफी क्यों माँग रहे है । कारण यह है की उद्देश्य तो इस छिट्ठे की शुरुआत मूर्ख दिवस के शुभ अवसर पर करना चाहता था पर कुछ वयस्ताओं की वजह से ऐसा नहीं कर पाया । वैसे भी शुरुआत कठिन होती है ।
यह तो हुई क्षमा याचना की बात अब आते है लघु परिचय के मुद्दे पर । मेरा नाम मुकुल अग्रवाल है पेशे से एक किसान भी हूँ और एक व्यापारी भी, जीवन के कष्टप्रद 28 बसंत देख चुका हूँ और भगवान ही जाने की कितने देखने अभी और बाँकी हैं । शैक्षणिक योग्यता तो मात्र स्नातक है पर ईश्वर की कृपा से हर ज्ञान की गंगा मे छोटी-छोटी डुबकियाँ लगा चुका हूँ वो अग्रेजी मे कहते हैं न JACK OF ALL TRADES
मानव मनोविज्ञान, धर्म, मुझे विशेष रूप से आकर्षित करते हैं । यही कारण है की छिठ्ठेकारी की दुनिया मे मैंने प्रवेश किया है । अभी तो कुछ दिन छिठ्ठो के अध्यन मे बीतेंगे उसके बाद ही कलम चलनी शुरू होगी । बस आपके साथ की जरूरत है उम्मीद है आप सभी पुराने ब्लॉगर इस महामूर्खराज का उचित मार्ग दर्शन करेंगे ।
ॐ शांति पर ये शांति कहीं आने वाले तूफान का संकेत न हो ।
महामूर्खराज जी, चिट्ठों की दुनिया में आपका स्वागत है। अच्छा लिखते हैं। आप के लेखन की प्रतीक्षा रहेगी।
जवाब देंहटाएंआपसे पहले कई लोग महामूर्खराज की उपाधि के लाइन में लगे हैं और लाइन में सबसे पहले मैं खड़ा हूं। आपको इस उपाधि को पाने के लिए कम से कम साल भर इंतजार करना होगा। एब द्खिये ना हमें चार साल हो गये और अभी तक यह उपाधि हमें नहीं मिल सकी।
जवाब देंहटाएं:)
आपक स्वागत है। आपकी पोस्ट्स का इंतजार रहेगा।
चलिये स्वागत है आपका
जवाब देंहटाएं३ ईडियट फिल्म क्या देख ली भाई मुर्ख बनने की होड़ में शामित हो गए। क्यों भाई अपने को समझदार कहने से डर क्यों लगता है। क्या बुद्धिजीवियों के जगत में टांगखिंचाई से डरते हो?
जवाब देंहटाएंapka is duniya me swagat hai. yahan hum sabhi murkh hain bus khul kar swikarane se ghabrate hain.
जवाब देंहटाएंस्वागत है. तूफान ही ले आईये मगर आईये जरुर!
जवाब देंहटाएंमानव मनोविज्ञान, धर्म, मुझे विशेष रूप से आकर्षित करते हैं
जवाब देंहटाएंहमें तो "दर्शन" पढ़ने का चाव है इस विषय में भी कुछ कहियेगा तो अच्छा लगेगा
हिन्दी ब्लॉग जगत में आपका स्वागत है !
जवाब देंहटाएंहे महामूर्खराज! आपका भी हम मूर्खों की बस्ती में स्वागत है. हम केवल मूर्ख हैं और आप महामूर्ख, साथ में राजा भी, लिहाज़ा कोई काम अक्ल से मत कीजिएगा. हमें आपसे अब तक बरती गयी तमाम मूर्खताओं से 'कुछ हट के' की अपेक्षा है. बुद्धिमत्ता का इस्तमाल या प्रदर्शन कत्तई मत कीजिएगा.
जवाब देंहटाएंआपने इस मूरख का अनुसरण किया, आपकी यही मूर्खता आपको फल देगी. मूर्खता में याददाश्त न खो दीजिएगा, बस ऐसे ही आते-जाते रहिएगा.
स्वागत है! आप कुछ नया तूफ़ान लेकर आईये !!
जवाब देंहटाएंहिंदी ब्लाग लेखन के लिए स्वागत और बधाई
जवाब देंहटाएंकृपया अन्य ब्लॉगों को भी पढें और अपनी बहुमूल्य टिप्पणियां देनें का कष्ट करें
महामूर्खराज की उपाधि लिए मुकुल अग्रवाल जी आपका स्वभिव्यक्ति की दुनिया में स्वागत है,आशा है कि आप अपने कलम की धार को मूर्खो की दुनिया में यूही चमकते रहेंगे.
जवाब देंहटाएंNamaskaar Mahoday ! Mere Blog ko Follow kar mera Houshala Afazaae ke liye Shukragujaar hun
जवाब देंहटाएंummid hai is Mahamurkhraaj ki lekhni se utpann hone wali gyan ganga me dubki lagane ka shoubhyagya jald hi milegi.
Sadar
Anshu Mala
आपके ब्लॉग पर आकर कुछ तसल्ली हुई.ठीक लिखते हो. सफ़र जारी रखें.पूरी तबीयत के साथ लिखते रहें.टिप्पणियों का इन्तजार नहीं करें.वे आयेगी तो अच्छा है.नहीं भी आये तो क्या.हमारा लिखा कभी तो रंग लाएगा. वैसे भी साहित्य अपने मन की खुशी के लिए भी होता रहा है.
जवाब देंहटाएंचलता हु.फिर आउंगा.और ब्लोगों का भी सफ़र करके अपनी राय देते रहेंगे तो लोग आपको भी पढ़ते रहेंगे.
सादर,
माणिक
आकाशवाणी ,स्पिक मैके और अध्यापन से सीधा जुड़ाव साथ ही कई गैर सरकारी मंचों से अनौपचारिक जुड़ाव
http://apnimaati.blogspot.com
अपने ब्लॉग / वेबसाइट का मुफ्त में पंजीकरण हेतु यहाँ सफ़र करिएगा.
www.apnimaati.feedcluster.com
स्वागत है.....
जवाब देंहटाएंword verification हटा लें ...लोगों को कमेन्ट देने में समय लग जाता है...मिश्किल भी होती है...
mahamurkha maharaaj ji........ap tufaan laaiye ....ham udne ke liye taiyar baithe hain........
जवाब देंहटाएंbolo baba mahamurkha das ji maharaj ki jaiiiiiiiiiiiiiiiiiiiiiii
बहुत अच्छी प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंइस नए चिट्ठे के साथ हिंदी ब्लॉग जगत में आपका स्वागत है .. नियमित लेखन के लिए शुभकामनाएं !!
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